समाजसेवी शहज़ादे कलीम गंगा जमुनी अवार्ड से सम्मानित

बॉलीवुड कलाकार इमरान खान द्वारा निर्देशित "ज़रा मुस्कराइये तो आप लखनऊ में हैं" नाटक का शानदार मंचन उर्दू अकादमी प्रेक्षागृह, गोमती नगर, लखनऊ में हुआ। सांप्रदायिक एकता, समाज की मजबूती का आधार है। हिंदू-मुस्लिम को प्यार-मोहब्बत के सूत्र में जोड़ने का काम तथा उनमें एकता की अलख जगाने  का काम कर रही सामाजिक विभूतियों को सम्मानित करने का यह कार्यक्रम गोमतीनगर स्थित उर्दू अकादमी में हुआ। एहसास फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित इस कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगान से हुई। तीन महान लेखकों की कहानियों पर आधारित यह नाटक अपनी कहानियों द्वारा एकता का संदेश देता है। इस नाटक में हिन्दी  के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद की कहानी "रसिया सम्पादक",  अंग्रेज़ी के लेखक एनथन चेखोव कृत "बाप बेटे की कहानी" एवं उर्दू के महान लेखक सआदत हसन मंटो की "उल्लू का पट्ठा" ली गयी है। इस नाटक में तीनों कहानियों को आधार बनाकर समाज में संदेश दिया गया है। प्रसिद्व बालीवुड कलाकार इमरान खान द्वारा निर्देशित इस हास्य नाटक की थीम ‘एक रसिया सम्पादक‘ देश में चलने वाले ‘मी-टू‘ अभियान से मिलती-जुलती है कि लोग किस तरह किसी की मजबूरी का फायदा उठाकर कैसे शोषण करते हैं। कोई किसी दूसरे के लिए गड्ढा खोदता है तो एक न एक दिन खुद उस गड्ढे में गिरता है, यह नसीहत ‘उल्लू का पट्टा" द्वारा दी गयी है।  जब बच्चा जवान होने लगे, तो पिता को बेटे पर एक मित्र की तरह ध्यान रखना चाहिए, अंग्रेज़ी कहानी "फादर-सन" में यही संदेश है।
उल्लेखनीय है इमरान खान बॉलीवुड के मंझे हुए कलाकार हैं जो इससे पहले बिग ब्रदर, सूर्यवंश खिलाड़ियों के खिलाड़ी, शहीद भगत सिंह, किस्मत, हवा, दिल तो बच्चा है और इसके अलावा 50 फिल्मों से ज़्यादा टी0वी0 सीरियल और विज्ञापन फिल्मों में कार्य कर चुके हैं। भोजपुरी हीरोईन चारू ने भी इस हास्य नाटक में अभिनय किया है। इसके साथ ही चारू ने भोजपुरी और हिन्दी फिल्मों में डर्टी पालीटिक्स, तुम ही तो हो, लकी कबूतर और बम बम भाोले आदि फिल्मों में भी काम किया है। 
इस नाटक में अभिनय करने वाले  कलाकारों में इमरान खान, चारू, तृषिना, शालू सोनी, राहुल करन खरबन्दा व सत्य्म शामिल थे। शहर में सामाजिक कार्य करने वाले विभिन्न विभूतियों को आज इस मंच पर सम्मानित किया गया जिसमें वरिष्ट समाज सेवी मुरलीधर आहूजा, विगत कई वर्षों से समाज के गरीब, वंचित एवं पिछड़े तबकों की आर्थिक उत्थान का काम कर रहे शहजादे कलीम को गंगा जमुनी तहजीब अवार्ड  दिया गया, रोहित अग्रवाल, मुर्तज़ा अली, दिवेश श्रीवास्तव, निलोफर, विधी अग्रवाल  को स्मृति चिन्ह देकर एहसास फउंडेशन ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मेयर संयुक्ता भाटिया, निगहत खान, उ0 प्र0 उर्दू अकादमी के सचिव जनाब एस0 रिज़वान, आनन्द जी (संघ प्रचारक), रागवेन्द्र मिश्रा सहित तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में इमरान खान ने हास्य नाटक में सहयोाग करनेवाले के. जी. एन. इन्फ़्रा एसोसियेट, एम इ आर एफ, एम0एम0ग्रुप, वाहिद बिरयानी, एहसास फाउंडेशन ट्रस्ट, पीस एजूकेशन ट्रस्ट, इमेजिंग ग्रुप, शराब बंदी संघर्ष समिति, टेकनोग्रुप आफ इंस्टीटियूशन, उ0 प्र0 आर्टिस्ट एसोसिएशन, न्यू फ्रनटियर सर्विसेस का शुक्रिया अदा किया।आमंत्रित सदस्यों ने कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया। श्रोताओं को संबोधित करते हुए शहजादे कलीम ने कहा कि ईश्वर ने हम को मानव शरीर देकर धरती पर भेजा है तो हमारा यह दायित्व बनता है कि समाज के गरीब और वंचित तबकों की बुनियादी जरूरतें तथा जीवन में खुशियां बिखेरने का काम हमें यथासंभव अपनी क्षमता अनुसार करना चाहिए। शहजादे कलीम ने बॉलीवुड एक्टर इमरान खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि आधुनिकता की अंधी दौड़ में जबकि लोग आर्थिक लाभ के लिए अपनी जड़ों से दूर चले जाते हैं और पलट कर नहीं आते हैं वही इमरान खान लखनऊ से अपना नाता बहुत मजबूती के साथ जोड़कर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि समाज को इमरान खान जैसे जमीन से जुड़े अभिनेता की सोच से प्रेरणा लेना चाहिए।